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स्वच्छता संस्कृति

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Swacch Bharat Abhiyan राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान एक शानदार पहल है इस तरह के राष्ट्रीय अभियानों का सफल होना बेहद आवश्यक है क्योकि यह स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण कि पहली शर्त है जिसका प्रारम्भ स्वस्थ पर्यावरण से होता है जिसे खुद को और अपने परिवेश को स्वच्छ रखकर ही हासिल किया जा सकता है। हम भारतियों कि सबसे बड़ी समस्या, हमारे सिद्धांत और व्यवहार का अंतर है जहाँ हम एक ओर जरूरत से ज्यदा धार्मिक और पवित्र होने का ढ़ोंग करते हैं तो दूसरी तरफ हमारे धर्म स्थलों के चारों तरफ गंदगी का अम्बार लगा होता है अब हम इलाहाबाद के संगम तट को ही लें जिसे देखकर ऐसा लगता है जैसे हम गंदगी करने ही आते हैं और कहीं भी कुछ भी करने , फेंकने की तो जैसे हमने जन्मजात आज़ादी हासिल कर रखी है। हमारे धर्मस्थलों के पास शौचालय होना एक दुर्लभ धारणा है आपने जैसे ही इसका जिक्र किया तो ऐसा लगता है जैसे धर्म खतरे में पड़ गया और सारी अपवित्रता की जिम्मेदारी बस आपके ऊपर आने वाली है। जबकी ऐसे जगहों पर हज़ारों लोग रोज़ आते हैं , इसके बाद भी इन जगहों पर ढंग का एक भी शौचालय नहीं मिल सकता।                        किसी भी स्वच्छता के म

दशहरा- रावण अँकल कि डेथ एनिवर्सरी

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 रावण अंकल कि डेथ एनिवर्सरी हम लोग हर साल मनाते हैं और पता नहीं कब से उनका अंतिम संस्कार भी करते   आ रहें  है, इनके अंतिम संस्कार का खर्चा तो बढ़ता ही जा रहा है, पर यह अंकल इतने ढ़ीठ हैं कि मरने का नाम ही नहीं लेते। अब तो उनके प्रति न केवलश्रद्धा भाव दिखने लगी है, बल्की दिनों दिन बढ़ रही है, हर गली-मोहल्ले में उनके भक्त-अनुचर उनके दिखाए मार्ग का तत्परता से पालन कर रहें हैं, बाकी बेचारे लोग जो तमाम हथकंडे अपनाने के बाद भी ताकत और पैसे का जुगाढ़ नहीं कर पाए सबसे ज्यादा दुखी  और परेशान हैं, खैर रावण अंकल का पूरा खानदान जनता की सेवा में लगा है वह अपने परिवार से बाहर वाले किसी व्यक्ति को आगे नहीं बढ़ने देता, अब एक ही तरीका है कि उनसे रिश्तेदारी (गठजोड़) किया जाय और उसके पश्चात किसी मार्केटिंग गुरु से खुद का या फिर परिवार (संगठन) का प्यारा सा (डरावना) नाम रखा जाय, वैसे इनका किसी क्षेत्र (देश), जाति, धर्म से कोई वास्ता नहीं होता, इस परिवार में शामिल होने कि योग्यता स्वार्थ और मूर्खता है। जहाँ सही गलत का कोई अर्थ नहीं होता, सिर्फ गुलाम शरीर और मस्तिष्क को सर्वाधिक योग्य और उपयुक्त माना जाता है,