Mahakumbh Mela
महाकुम्भ, प्रयागराज महाकुम्भ प्रयागराज में आपका स्वागत है महाकुम्भ की तैयारी में हर तरह के लोग अपने-अपने लक्ष्य साधने में लग गए हैं जिसमें पाखंडी, ढोंगी, धूर्त व्यापारी सभी के लिए भरपूर अवसर है हमारे महाकुम्भ में भौतिकता के चरम के अनुभूति आप सहजता से कर सकते हैं और अध्यात्मिक चेतना को ढूंढने, समझने के लिए निकले, भटकते हुए लोगों को भी देख सकते हैं, वहीं दूसरी तरफ जनता जनार्दन का महासमुद्र है जो किसी सुविधा का बहुत आकांक्षी नहीं है वह तो महज गंगा, यमुना, संगम और प्रयागराज में अपनी उपस्थिति मात्र से खुद को धन्य मान लेता है उसकी ज़रूरतें और उम्मीद उतनी ही है जो बड़ी आसानी से पूरी हो जाती है और शहर का सब कुछ उसके लिए अद्भुत है। अभी वह उस औघड़ के सम्मुख है, कुछ डरा डरा तो है पर उत्सुकता कहीं ज्यादा है और वह औघड़ भी नया-नया है कहीं ज्यादा ओवर ऐक्टिंग न हो जाए यह सावधानी भी बरत रहा है। पूरा मेला बहुरूपियों और विदूषकों से भर जाता है जिसमें साधु सन्यासी के भेष में सदा से भीख मांग कर जीवन जीने वाले खानदानी भिखारी से लेकर सीजनल भिखारी बने लोगों की बाढ़ आ जाती है। इधर कुछ सालों से अपने संग...