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Showing posts from April, 2018

कुछ नया करते हैं

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इस बात पर ज़रा गौर किया जाय कि वास्तव में जातीय-धार्मिक संकट सबसे ज्यादा कब होता है? तो हमारे देश में जब चुनाव होने वाला हो तब होता है और उस वक्त किसी खास तरह की घटनाओं में भरपूर इजाफा हो जाता है। जिसको मीडिया लगातार सनसनी खेज बनाए रखता है। फिर घरों में बैठकर गरमा गरम लाइव डिबेट देखने का अपना ही मजा है।     खैर! इस वक्त दलितों और अल्पसंख्यकों पर जिस खतरे का लगातार जिक्र हो रहा है, वह वास्तव में खुद को इनका नेता मानने वाले लोगों के सामने अपना राजनीतिक भविष्य बचाने का संकट है। जिसे असुरक्षा बोध को और मजबूत करके हासिल किया जा सकता है। यह असुरक्षा बोध जितना मजबूत होता है, राजनीति का काम उतना ही आसान हो जाता है क्योंकि अब लोग अपने नेता पर न तो शक़ करते हैं और न कोई सवाल। इस तरह जब भी जातीय, धार्मिक पहचान सर्वाधिक महत्वपूर्ण बना दिए जाते हैं, तब वास्तविक समस्याओं से बेहाल जनता यह भूल जाती है कि उसे समस्या किस बात की है?     जब भी जातीय, धार्मिक पहचान का कथित संकट आता है। तब-तब लोग खुद को उसी पहचान के दायरे में समेटने लग जाते हैं और इसका परिणाम यह होता है कि वह समाज के अन्य लोगों से

अपराध का जाति शास्त्र

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शातिर अपराधियों का न तो कोई मजहब होता है और न ही जाति, लेकिन मीडिया में हर चीज की व्याख्या इसी वाले ऐंगल से होता है और इन अपराधियों को ही, उस पूरी कौम का प्रतिनिधि घोषित कर दिया जाता है। जबकि दोनों पक्षों की सामाजिक आर्थिक स्थिति को भी बारीकी से समझने की जरूरत होती है। हर हाल में किसी भी निर्णय पर पहुँचने से पहले दोनों पक्ष की बात सुनी जानी चाहिए, ए सम्भव है कि किसी बेगुनाह को फसाया जा रहा हो और ए भी हो सकता है कि वह पेशेवर अपराधी हो, पूर्व में इसी तरह की या इससे बड़ी वारदात कर चुका हो। कभी-कभी ऐसे ही, अपराध की दुनिया के बहुत बडे़ खुलासे हो जाते हैं। सब लोगों को ए वाली घटना याद है- The Noida serial murders (also Nithari serial murders, Nithari Kand) occurred in the house of businessman Moninder Singh Pandher in Nithari in 2005 and 2006. His servant Surinder Koli was convicted of the five murders and was sentenced to death. Eleven murders remain officially unsolved pending further legal proceedings. Surinder Koli's death sentence was changed to a life sentence by the Supreme