We the people of India
#WeThePeopleOfIndia हमारे कम अक्ल, कम पढ़े लिखे, सीधी-सादे लोग कितनी सहजता से. सत्ता, शक्ति, घमंड और अहंकार से भरे लोगों को उनकी वास्तविक स्थिति का ज्ञान करा देते हैं। इसे हम किसी भी चुनाव परिणाम को देखकर समझ सकते हैं। वहीं अपने को पढ़ा लिखा और स्वघोषित समाज का अगुआ मानने वाले लोग न जाने, रोज कौन-कौन सी वाहियात बात करते रहते हैं, जबकि हकीकत में ए लोग, अपने व्यक्तिगत हित के लिये कोई एजेंडा सेट कर रहे होते हैं। खासतौर पर संविधान के लिए परेशान मत होइए। अपने लोगों और संविधान की ताकत पर भरोसा रखिये। जिनसे हम असहमत हैं वो भी इसी संविधानिक तरीके से चुनकर आए हुए लोग हैं और फिर दूसरे लोग चुने जाएंगे। कोई भी स्थाई रूप से न तो अजेय है और न ही पराजेय है। बस हमारा एक वोट... लोगों के मौन रहने पर ज्यादातर बौद्धिकों को लगता है कि उन्होंने लोगों को समझा लिया है और लोग उन्हीं के अनुसार समर्थन या विरोध कर रहे हैं। भाई अगर आप ऐसा मानते हैं तो यकीन मानिए आप एकदम गलत हैं क्योंकि जो आप अपने सामने थोड़ी सी भीड़ देखकर खुश हो रहे हैं और फैसला कर रहे ह...