our government
हमारी सरकार हमारे ईमानदार प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, वित्तमंत्री, विदेशमंत्री और अन्य मंत्रियों का पूरा समूह बहुत ही काबिल है या हम कहें अपने क्षेत्र में, घोषित तौर पर महान विभूतियाँ हैं. यही नहीं हमारे तमाम सांसद, विधायक, अफसर भी अपने फन में माहिर हैं. इतनी क़ाबलियत और ताकत के बाद भी ए बेचारे आम आदमी की ही तरह लाचार,बेबस या हम कहें बेकार हैं और सब की तरह ए भी व्यवस्था का रोना रो रहें हैं. जब इतना ही लाचार रहना है तो फिर इन पदों पर बने रहने की क्या आवश्यकता है. हमारे प्रधान मंत्री न तो अपने कैबिनेट को साफ़ सुथरा रख पाए और न ही उसकी ईमानदारी साबित कर पाए हैं. पहले तो कलमाड़ी जैसे लोगों को बढ़ने दिया जाता है. फिर सबकी गर्दन बचाने के लिए कलमाड़ी जैसों की बलि चढ़ा दी जाती है. यह काम हमारे काबिल लोग बखूबी करते आए हैं. वैसे इसके बाद भी हमारी तमाम सहानभूति सत्ताशीर्ष पर बैठे लोगों के साथ ही है, बेचारे कितनी मुश्किल से अपनी कुर्सी बचा पाते हैं. ऊपर से कुछ करने का भी दबाव? सारा समय और हुनर तो कुर्सी बचाए रखने में ही निकल जाता है. वैसे सही निर्णय लेते वक्त भीड़ को नहीं देखा जाता और ईमानदार आदमी