be alert
सावधान... सावधान.. alert . alert हमारे एक मित्र देर रात कहीं से आ रहे थे और उस auto में ही बैठे जिसमें पहले से कुछ लोग बैठे थे, पर जैसे ही सूनसान अंधेरी जगह मिली उनसे हाथापाई शुरू हो गयी और उन्हें बुरी तरह मारपीट कर सारा सामान छीन लिया गया, यह काम वही लोग कर रहे थे, जो auto में पहले से मौजूद थे, जो सहयात्री होने का नाटक कर रहे थे। ऐसे में उनके लिए किसी प्रकार का प्रतिरोध कर पाना संभव नहीं था, वो driver सहित पाँच लोग थे और उनके पास हथियार भी था। वो करते भी क्या?? यही कहते रहे ... सब ले लो मारो पीटो मत...। बस शुक्र मनाइए किसी तरह बच गए और पूरे दो घंटे पैदल चलने के बाद घर पहुँचे... रास्ते में किसी ने कोई मदद नहीं की, कपड़े तार-तार हो गए थे। अब पुलिस ... इलाज बाकी जो होता है सब हो रहा है। इस पूरी घटना में जगह और व्यक्ति का जिक्र नहीं कर रहा हूँ तो इसका मूल कारण यह है कि यह कहीं भी और किसी के भी साथ हो सकता है और इसको कोई भी सरकार या व्यवस्था नहीं रोक सकती, अपराध होंगे क्योंकि शातिर अपराधी, तमाम तरह के नशेड़ी भी इसी...