Citizenship
नागरिकता नागरिकता हमारे यहाँ संविधान में सिर्फ कागजी दस्तावेज नहीं है बल्कि यह समस्त भारतीयों को प्राप्त एक स्वाभाविक अधिकार है। जो राजनीतिक दलों या फिर व्यक्तियों के बयानबाजी से प्रभावित नहीं होती क्योंकि यह अधिकार पूरी तरह संविधान और कानून से संरक्षित है। राजनीति की अपनी मजबूरियां हैं। वैसे भी दलीय सरकारों का बनना लोकतंत्र की एक स्वभाविक प्रक्रिया है। इसी क्रम में राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए सभी राजनीतिक दल और महत्वाकांक्षी नेता नये-नये शगूफा गढ़ते रहते हैं और उसकी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि उसका कितना, विरोध होता है। यह विरोध ही उसके पक्ष में खास तरह का राजनीतिक ध्रुवीकरण करवाता है। चलिए फिलहाल नागरिकता पर ही बात करते हैं तो आपको मलूम होना चाहिए कि आधार कार्ड, राशनकार्ड... ए नागरिकता का प्रमाण नहीं माने जाते तो इसका मतलब ए नहीं है कि इन documents की कोई आवश्यकता नहीं है? बल्कि यह व्यक्ति के पहचाने जाने की एक विकेंद्रित व्यवस्था है कि आपको अलग-अलग कार्यों के लिए फलां-फलां document चाहिए तो इसका फायदा यह है कि व्...