Manusmriti
मनुस्मृति के विषय में विश्व के विद्वानों का मत C/P - यह social media से प्राप्त ज्ञान है। ऐसे तमाम रोचक जानकारियों को एक जगह सहेज लेने में कोई हर्ज नहीं है। ********** मनु की प्रतिष्ठा स्थानीय, राष्ट्रिय नहीं विश्वव्यापी है। विश्व के सभी विद्वानों ने मनु की प्रशंसा की है इस प्रकार मनु एक महान और व्यापक प्रभाव बाले महापुरुष है, जिनका भारत ही नही विश्व के अधिकांश साहित्य, इतिहास, वंशपरम्परा, संस्कृति, सभ्यता आदि से गहरा सम्बन्ध है। मनु के सम्बंधित मान्यताएं विश्व के विद्वान लेखको में स्थापित और मान्यता प्राप्त है। 1. ‘A history of Sanskrit Literature ’ में संस्कृत साहित्य के समीक्षक यूरोपीय विद्वान लेखक ए. बी. कीथ मनुस्मृति के विषय में लिखते है की यह किसी समुदाय विशेष के लिए नही अपितु राष्ट्र के समस्त वर्गों के लिए समानरूप से मार्गदर्शक है। इसका महत्व ‘ला बुक’ और धर्मशास्त्र दोनों तरह है। इसमें जीवन की अभिव्यक्ति और राष्ट्र की अंतरात्मा साकार हो उठी है। वह कहते है – “The Man...