Clean Ganga Mission
स्वच्छ गंगा अभियान
हमारे शहर इलाहाबाद में भी गंगा की स्वच्छता के लिए सिविल लाइन मे बाकायदा रैली निकाली जाती है, जिसकी अगले दिन अखबारों फोटो भी छपती है,और कभी-कभी गंगा तट पर सफाई भी की जाती है पर सारा कूडा वहीं पास में छोड दिया जाता है जो कुछ दिनों बाद वहीं वापस.. ...वैसे माघ मेले के बाद की पूरी सफाई जुलाई-अगस्त के बाढ़ में ही हो पाती है, जब पूरी गंदगी गंगासागर कि तरफ प्रस्थान कर जाती है, तब संगम क्षेत्र कैमरा के लिए सर्वाधिक अनुकूल हो चुका होता है, वैसे ऊपर-नीचे दोनों तस्वीरें एक ही जगह से ली गयी हैं, बस एक गंगा की तरफ और दूसरी अरैल बाँध के तरफ की है जो हाईकोर्ट की वजह से बच गया है,नहीं तो नवप्रयाग कब का बस गया होता और तब की स्थिति का अंदाज़ा...
वास्तव में स्वच्छता का सम्बन्ध हमारे आदतों से है और उसमे जो सबसे महत्वपूर्ण बात है वह यह है कि हमारे संवेदनशीलता का आकलन भी हमारे रहन-सहन और व्यवहार से समझा जा सकता है। हम कितना भी धार्मिक, आध्यात्मिक और उदार होने का दावा करे, वह तब तक सच नहीं माना जा सकता जब तककि वह हमारे व्यवहार में दिखाई न पड़े और यह आदत तभी आ सकती है, जब हम अपने पास-पड़ोस, पर्यावरण को लेकर संवेदनशील हों और उनकी फ़िक्र करे और उसे बचाना अपना काम समझे न कि सरकारी
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