The culture market
बाजार चीजों को किस तरह से नियंत्रित करता है इसको अगर समझना हो तो आप कुंभ मेले में भी आकर इसे देख सकते हैं वैसे मेला शब्द बाजार की एक ग्रामीण व्यवस्था से ही निकला है जहां पर स्थानीय स्तर पर चीजों की खरीद फरोख्त होती थी और अब बाजार ग्लोबल हो चुका है और तमाम बड़ी बड़ी एजेंसियां इसमें शामिल हो चुकी और उस बड़े बाजार में कौन कितना बड़ा हिस्सा हासिल करेगा अब इसका खेल चल रहा है क्योंकि ग्लोबल मार्केटिंग में प्रतिस्पर्धा एक बड़ी सच्चाई है जो बाजार को चलाएं मान रखने के लिए सबसे जरूरी चीज है तो इस बाजार पर आप भी अपना हुनर दिखाइए और हिस्सा हासिल करिए।
धारणाएं जो निरंतर बनती बिगड़ती रहेंगी और नए आयाम भी रचे जाते रहेंगे जो आज सही है जरूरी नहीं वो आगे भी सही ही रहेगा लेकिन यदि उसकी बाजार में प्रासंगिकता है अर्थात बिकाऊ है और अच्छा मुनाफा देने का माध्यम बना रहेगा तो वह चलता रहेगा और उसके चलाए रखने में इसी बाजार की भूमिका होती है सभ्यता और संस्कृति का जो प्रभाव है वह भी इसी वजह से काफी हद तक नियंत्रित होती है आज की आधुनिक व्यवस्था में अगर आप देखिए तो सब कुछ अमेरिकी मॉडल पर चल रहा है तो इसके पीछे का कारण क्या है?
आप इस बात की चाहे जितनी आलोचना करें उसे भौतिकवादी सुविधावादी, उपयोगितावादी कहते रहिए, पर सच्चाई यही है कि दुनिया में यह सर्वाधिक स्वीकार व्यवस्था है क्योंकि मनुष्य की स्वाभाविक प्रवृत्ति सुविधाओं को भोगने की ही रही है और अब जिस सभ्यता, संस्कृत और पुरातन को बचाए रखने के लिए इतना प्रयासरत हैं वह वास्तव में तत्कालीन समाज की खोजी गई मनोरंजन और सुविधा की ही एक व्यवस्था थी जिसे हम आज सभ्यता और संस्कृति के रूप में परिभाषित कर रहे हैं अब चीजें बदल चुकी हैं और नई सभ्यता और संस्कृति आ रही हैं जिसे हम उस अर्थ में नहीं देख पा रहे हैं और एक टकराव के रूप में उसे मान रहे हैं। आइए सभ्यताओं के टकराव और निर्माण को यहाँ होते और करते देखते हैं।
आप इस बात की चाहे जितनी आलोचना करें उसे भौतिकवादी सुविधावादी, उपयोगितावादी कहते रहिए, पर सच्चाई यही है कि दुनिया में यह सर्वाधिक स्वीकार व्यवस्था है क्योंकि मनुष्य की स्वाभाविक प्रवृत्ति सुविधाओं को भोगने की ही रही है और अब जिस सभ्यता, संस्कृत और पुरातन को बचाए रखने के लिए इतना प्रयासरत हैं वह वास्तव में तत्कालीन समाज की खोजी गई मनोरंजन और सुविधा की ही एक व्यवस्था थी जिसे हम आज सभ्यता और संस्कृति के रूप में परिभाषित कर रहे हैं अब चीजें बदल चुकी हैं और नई सभ्यता और संस्कृति आ रही हैं जिसे हम उस अर्थ में नहीं देख पा रहे हैं और एक टकराव के रूप में उसे मान रहे हैं। आइए सभ्यताओं के टकराव और निर्माण को यहाँ होते और करते देखते हैं।
#prayagraj #kumbh2019 #kumbhmela #allahabad
#DayaraTheCircle #rajhansraju
#DayaraTheCircle #rajhansraju
🌹🌹🌹❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🌹❤️❤️🌹🌹
हिंदी बोलने का प्रयास करें..
उर्दू हिंदी
01 ईमानदार - निष्ठावान
02 इंतजार - प्रतीक्
03 इत्तेफाक - संयोग
04 सिर्फ - केवल, मात्र
05 शहीद - बलिदान
06 यकीन - विश्वास, भरोसा
07 इस्तकबाल - स्वागत
08 इस्तेमाल - उपयोग, प्रयोग
09 किताब - पुस्तक
10 मुल्क - देश
11 कर्ज़ - ऋण
12 तारीफ़ - प्रशंसा
13 तारीख - दिनांक, तिथि
14 इल्ज़ाम - आरोप
15 गुनाह - अपराध
16 शुक्रीया - धन्यवाद, आभार
17 सलाम - नमस्कार, प्रणाम
18 मशहूर - प्रसिद्ध
19 अगर - यदि
20 ऐतराज़ - आपत्ति
21 सियासत - राजनीति
22 इंतकाम - प्रतिशोध
23 इज्ज़त - मान, प्रतिष्ठा
24 इलाका - क्षेत्र
25 एहसान - आभार, उपकार
26 अहसानफरामोश - कृतघ्न
27 मसला - समस्या या प्रसंग
28 इश्तेहार - विज्ञापन
29 इम्तेहान - परीक्षा
30 कुबूल - स्वीकार
31 मजबूर - विवश
32 मंजूरी - स्वीकृति
33 इंतकाल - मृत्यु, निधन
34 बेइज्जती - तिरस्कार
35 दस्तखत - हस्ताक्षर
36 हैरानी - आश्चर्य
37 कोशिश - प्रयास, चेष्टा
38 किस्मत - भाग्य
39 फै़सला - निर्णय
40 हक - अधिकार
41 मुमकिन - संभव
42 फर्ज़ - कर्तव्य
43 उम्र - आयु
44 साल - वर्ष
45 शर्म - लज्जा
46 सवाल - प्रश्न
47 जवाब - उत्तर
48 जिम्मेदार - उत्तरदायी
49 फतह - विजय
50 धोखा - छल
51 काबिल - योग्य
52 करीब - समीप, निकट
53 जिंदगी - जीवन
54 हकीकत - सत्य
55 झूठ - मिथ्या, असत्य
56 जल्दी - शीघ्र
57 इनाम - पुरस्कार
58 तोहफ़ा - उपहार
59 इलाज - उपचार
60 हुक्म - आदेश
61 शक - संदेह
62 ख्वाब - स्वप्न
63 तब्दील - परिवर्तित
64 कसूर - दोष
65 बेकसूर - निर्दोष
66 कामयाब - सफल
67 गुलाम - दास
68 जन्नत -स्वर्ग
69 जहन्नुम -नर्क
70 खौ़फ -डर
71 जश्न -उत्सव
72 मुबारक -बधाई/शुभेच्छा
73 लिहाजा़ -इसीलिए
74 निकाह -विवाह
75 आशिक -प्रेमी
76 माशुका -प्रेमिका
77 हकीम -वैद्य
78 नवाब -राजसाहब
79 रुह -आत्मा
80 खु़दकुशी -आत्महत्या
81 इज़हार -प्रस्ताव
82 बादशाह -राजा/महाराजा
83 ख़्वाहिश -महत्वाकांक्षा
84 जिस्म -शरीर/अंग
85 हैवान -दैत्य/असुर
86 रहम -दया
87 बेरहम -बेदर्द/दर्दनाक
88 खा़रिज -रद्द
89 इस्तीफ़ा -त्यागपत्र
90 रोशनी -प्रकाश
91मसीहा -देवदूत
92 पाक -पवित्र
93 क़त्ल -हत्या
94 कातिल -हत्यारा
95 मुहैया - उपलब्ध
96 फ़ीसदी - प्रतिशत
97 कायल - प्रशंसक
98 मुरीद - भक्त
99 कीमत - मूल्य (मुद्रा में)
100 वक्त - समय
101 सुकून - शाँति
102 आराम - विश्राम
103 मशरूफ़ - व्यस्त
104 हसीन - सुंदर
105 कुदरत - प्रकृति
106 करिश्मा - चमत्कार
107 ईजाद - आविष्कार
108 ज़रूरत - आवश्यकता
109 ज़रूर - अवश्य
110 बेहद - असीम
111 तहत - अनुसार
**********************
Comments
Post a Comment