आप सरकार हैं
आप कोई छोटी मोटी चीज नहीं हैं आप भारत हैं भारत सरकार हैं अपनी ताकत और अपने लोगों पर भरोसा करने की जरूरत है। बच्चों और किसानों को समझाने के लिए सेना की जरूरत नहीं है। चंद रोजगार के अवसर, सरकारी स्कूल में टीचर, किसानों को थोड़ा सा आश्वासन मतलब देना कुछ नहीं, बस थोड़ी सा प्यार, सहानुभूति भरा संवाद उन्हें लगे सरकार उनकी है और सुनती है उनकी आवाज।
बच्चों को देखकर लगता है
लुत्फ आने लगा है इस खेल में,
नियम भी खूब है
हाथ में पत्थर है कि जिंदगी
पता नहीं चलता,
छूटने के बाद,
पता चलता है कि क्या छूटा,
पत्थर छूटा तो ठीक है,
जैसा कि अक्सर होता है
तूँ थोड़ा सा खुश हो लेता है,
कभी-कभी ऐसा भी होता है
पत्थर के सिवा सब छूट जाता है,
क्यों कि तेरे सामने
जो मौजूद है,
कोई और नहीं तूँ है,
गौर से देख तेरा हमशक्ल है
बस लिबास का फर्क है
हर बार जब तूँ पत्थर फेंकता है
उधर से कम से कम
एक पत्थर लौटकर आता है
अब किसका निशाना कैसा है
कौन जानता है?
किसी घर का मातम
बाकी दास्तान कहता है,
यह मातम कहाँ होगा?
कोई नहीं जानता
बड़ा अजीब नियम है इस खेल का,
हारने वालों को
इससे कोई वास्ता ही नहीं है
उनकी गलती सिर्फ इतनी है
वो माँ-बाप हैं
इस खेल का एक और पहलू है
जो असली खिलाड़ी है
वो कभी मैदान में उतरते नहीं है
वह दूर से ही
सिर्फ पत्थर भेजते हैं
जो अक्ल पर पड़ जाते हैं
अब वो कहीं भी पत्थर फेंक आते है
उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता
क्यों कि वो खुद पत्थर बन जाते हैं
rajhansraju
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