गऊ माता की जय हो
गौ माता की जय हो
मित्रों बधाई हो अब शीघ्र ही पशुओं की निर्मम हत्या पर विराम लग जाएगा क्योंकि पशु प्रेमी हिन्दू समाज शीघ्र ही समस्त चार्मिक (चमड़ा) वस्तुओं का बहिष्कार कर देगा। सर्वप्रथम चर्म पादुका (जूता), कमर पट्टा(बेल्ट) और तमाम सौन्दर्य प्रसाधन के साथ ही रासायनिक खादों का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा। इसका सुखद परिणाम यह होगा कि गडेरिया जाति का पूर्ण उन्मूलन हो जाएगा क्योंकि पशु विक्रय शीघ्र ही जघन्य कर्म घोषित हो जाएगा और ऐसे अधम कार्य को भला कौन करना चाहेगा? अब पशुओं को स्वच्छंद विचरण का पूर्ण अधिकार प्राप्त होगा जैसाकि अभी तक तमाम क्षेत्रों के कृषक नील गायों से पीड़ित होने का रोना रोते थे अब इस समस्या का समाधान स्वतः हो जाएगा क्योंकि ए उनका न केवल मूल स्वभाव है बल्कि मूल अधिकार भी है कि वह मन चाहे खेत की लहलहती फसल को अपना ग्रास बनाकर उस दीन कृषक पर अपनी अनुकम्पा करें और जगत कल्याण, ईश्वरीय कृपा के खातिर वह किसान अब भी जिन्दा रहे और अपने खेत को नई फसल के लिए तैयार करे। इसी तरह फल बागानों को हनुमत कृपा से अनुग्रहीत वानर प्रजाति के समक्ष समर्पित कर दिया जाएगा।
हमारे सनातनी गौ रक्षक बंधुओं जैसा कि हम सब लोग भलीभाँति अवगत हैं कि गौ माता के तमाम रिश्तेदार अब और अधिक आजादी का इस्तेमाल कर पाएं इसके लिए शहरी क्षेत्रों से समस्त यंत्र चालित वाहनों पर रोक लगाना होगा और हर घर के सामने एक पशु स्थालिका (नाद) रखना अनिवार्य करना होगा। साथ ही घर के बुजुर्गों और बच्चों से गोवंश के प्राणियों की तुलना करना जघन्य अपराध माना जाएगा जिसे देखो कहता फिरता है बूढ़े हो जाएंगे तो क्या माँ-बाप को मार डालेंगे? ऐसे प्रश्नों पर सदा के लिए विराम लग जाना चाहिए क्योंकि गौ माता की तो किसी से तुलना हो ही नहीं सकती। अब मेक इन इंडिया वाले शेर की जगह गौ माता की त्री वीमीय (3D) चित्र का अंकन किया जाएगा। हमें इस बात का पूर्ण विश्वास है कि शीघ्र ही हम उस खोए हुए काल यंत्र (Time machine) को प्राप्त कर लेंगे जिससे अपने अतीत के स्वर्ण काल में लौट जाएँ और आज की समस्त समस्याओं से मुक्त हो लेंगे।
।।इति तृतीय अध्याय।।
rajhansraju
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